जानिए कैसे होता है कुपोषण, इन बातों का रखें खPosted by bansal on September 14th, 2016 शरीर के लिए आवश्यक सन्तुलित आहार लम्बे समय तक नहीं मिलना ही कुपोषण है। कुपोषण के कारण बच्चों और महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिससे वो आसानी से कई तरह की बीमारियों के शिकार बन जाते हैं।
कुपोषण के कारण
विकसित देशों की अपेक्षा विकासशील देशों में कुपोषण की समस्या ज्यादा है। इसका प्रमुख कारण है गरीबी। पैसों के अभाव में गरीब लोग पर्याप्त, पौष्टिक चीजें जैसे दूध, घी, फल इत्यादि नहीं खरीद पाते। कुछ तो सिर्फ अनाज से मुश्किल से पेट भर पाते हैं। गाँव, देहात में रहने वाले लोगों को सन्तुलित भोजन के बारे में जानकारी नहीं होती, इस कारण वो स्वयं अपने बच्चों के भोजन में जरुरी चीजों को शामिल नहीं करते। जिस कारण वो स्वयं तो इस रोग से ग्रस्त होते ही हैं साथ ही अपने परिवार को भी कुपोषण का शिकार बना देते हैं।
कुपोषण और बीमारी के लक्षण
1-सबसे आम लक्षण एक उल्लेखनीय वजन में कमी होना।
2- थकान और कमजोरी, रोजमर्रा के काम में थकान महसूस होना।
3- बहुत से लोग ऊर्जा की कमी की शिकायत करते हैं। ये भी एनीमिया द्वारा कुपोषण के कारण का हो सकता है।
4- छोटे से छोटे घाव का जल्दी न ठीक होना।
5- दस्त या दीर्घकालिक कब्ज से ग्रस्त की शिकायत हैं।
6-चिड़चिड़ापन और मंदबुद्धि बच्चों में आम कुपोषण के आम लक्षण है।
7-पेट और पैरों की सूजन, पेट उदर की मांसपेशियों की शक्ति की कमी के कारण सूज जाता है। साथ ही पैर edema के कारण सूज जाता है। इस महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है। इन लक्षणों के दो गंभीर कुपोषण के रूप में देखा जाता है। MP Hindi News (मध्य प्रदेश न्यूज़),mp cg News in Hindi, Like it? Share it!More by this author |